नई दिल्ली,दिल्ली और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में लंबे समय से वांछित खूंखार अपराधी रोमिल वोहरा को मुठभेड़ में मार गिराया गया। हरियाणा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर ₹3 लाख का इनाम घोषित किया था। मुठभेड़ के दौरान दिल्ली और हरियाणा पुलिस के दो सब-इंस्पेक्टर घायल हुए हैं।
एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस (स्पेशल सेल दिल्ली) प्रमोद सिंह कुशवाहा ने जानकारी देते हुए बताया कि 23 जून की रात हरियाणा एसटीएफ को सूचना मिली थी कि रोमिल दिल्ली में किसी गंभीर वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इस इनपुट पर हरियाणा एसटीएफ और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक संयुक्त टीम गठित की गई।
24 जून की सुबह हरियाणा-दिल्ली सीमा के पास दक्षिणी दिल्ली में अपराधी रोमिल से आमना-सामना हो गया। पुलिस के मुताबिक, रोमिल ने खुद को घिरता देख फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें हरियाणा और दिल्ली पुलिस का एक-एक सब-इंस्पेक्टर घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में रोमिल को भी गोली लगी। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि रोमिल वोहरा, यमुनानगर (हरियाणा) का निवासी था और पिछले दो महीनों में कई जघन्य हत्याओं में शामिल रहा है। वह कुरुक्षेत्र के शांतनु हत्याकांड और यमुनानगर के तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। इसके अतिरिक्त, वह दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल में दर्ज आर्म्स एक्ट के एक मामले में भी वांछित था।
जांच में सामने आया है कि रोमिल हरियाणा में सक्रिय खतरनाक गैंग के संपर्क में था। इस गैंग के सरगना वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा (जिसे बैंकॉक से प्रत्यर्पित किया गया) और उसके भाई सूर्य प्रताप उर्फ नोनी राणा (जो विदेश में रह रहा है) ने हालिया हत्याओं की जिम्मेदारी ली थी।
यह मुठभेड़ दिल्ली और हरियाणा पुलिस के बेहतर समन्वय का परिणाम रही, जिससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक बड़े अपराध को टाला जा सका। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज जारी है और उनकी हालत स्थिर बताई गई है।