नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने राष्ट्रीय निशानेबाजी स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक जीतने वाले दिल्ली पुलिस कर्मियों के 13 बच्चों को पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया। इन बच्चों ने अपने प्रदर्शन से न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे पुलिस विभाग का नाम रोशन किया है।
इस अवसर पर आयुक्त ने सभी बच्चों को राष्ट्रीय निशानेबाजी दल के चयन ट्रायल के लिए शुभकामनाएं दीं। यह ट्रायल भोपाल और दिल्ली में आयोजित किए जाएंगे, जहां चयनित बच्चे भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। आयुक्त ने कहा, “ये बच्चे न केवल हमारे विभाग की, बल्कि पूरे देश की शान हैं। उनके प्रयासों और समर्पण के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। दिल्ली पुलिस उनके हर कदम पर सहयोग और समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है।”
इस कार्यक्रम में विशेष पुलिस आयुक्त (क्राइम) देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने भी शिरकत की। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि इन बच्चों के कड़े परिश्रम और आत्मविश्वास का परिणाम है। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि “यह सफर यहीं नहीं रुकता, हमें अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी अपनी पहचान बनानी है।”
दिल्ली पुलिस आयुक्त ने यह सुनिश्चित किया कि इन बच्चों को पुलिस परिवार कल्याण समिति (PFWS) की ओर से हरसंभव मदद मिले। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रशिक्षण जरूरतों को पूरा करने और उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए विभाग हर तरह का सहयोग प्रदान करेगा।
इस समारोह में 10 वर्षीय लॉरेन अलैना फलाक, जो सबसे कम उम्र की शूटर हैं, को विशेष प्रशंसा मिली। आयुक्त ने कहा, “लॉरेल ने इतनी कम उम्र में जो उपलब्धि हासिल की है, वह सभी के लिए प्रेरणा है।”
कोच फलक शेर आलम की सराहना
दिल्ली पुलिस आयुक्त ने बच्चों की इस उपलब्धि में उनके कोच फलक शेर आलम के योगदान की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोच ने बच्चों को सही दिशा में प्रशिक्षित किया और उन्हें प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया। उनके मार्गदर्शन ने बच्चों को अपने लक्ष्य तक पहुंचने में मदद की।
आने वाले ट्रायल्स के बारे में बात करते हुए पुलिस आयुक्त ने कहा कि यह एक ऐसा अवसर है जो बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका देगा। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे इसे अपने करियर का मील का पत्थर बनाएं और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
कार्यक्रम के दौरान जिन 13 बच्चों को सम्मानित किया गया, उनमें से अधिकांश ने विभिन्न श्रेणियों में पदक जीते थे। इन बच्चों ने निशानेबाजी के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर यह साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
कार्यक्रम का समापन बच्चों और उनके परिवारों के साथ उत्सव के माहौल में हुआ। बच्चों ने अपनी सफलता के अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे परिवार और कोच फलक शेर आलम का समर्थन उनके लिए प्रेरणा बना।
दिल्ली पुलिस की इस पहल ने न केवल बच्चों का उत्साहवर्धन किया, बल्कि यह भी दिखाया कि विभाग अपने कर्मियों और उनके परिवारों की प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए हमेशा तत्पर रहता है।
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