दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में आईपी एस्टेट थाना पुलिस ने एक बड़े चोरी और रिसीविंग रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में दो चोर और दो रिसीवर (स्वर्णकार) शामिल हैं। इस कार्रवाई में चोरी किए गए गहनों में से पिघले हुए सोने का एक कंगन (8.44 ग्राम), एक चांदी का पेंडेंट और एक कृत्रिम चेन बरामद की गई है। पुलिस ने यह सफलता शिकायतकर्ता के एक बैग चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद की गई गहन जांच और निगरानी के जरिए हासिल की।
23 दिसंबर 2024 को गांधी मार्केट के पास एक व्यक्ति का छोटा बैग चोरी हो गया था। शिकायतकर्ता ने ई-एफआईआर (संख्या 80144043/24) दर्ज करवाई, जिसमें बताया गया कि बैग में एक सोने का कंगन, दो चांदी के पेंडेंट, एक कृत्रिम चेन, ₹17,000 नकद और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। शिकायत के आधार पर आईपी एस्टेट पुलिस ने जांच शुरू की।
डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट एम. हर्षवर्धन के निर्देशानुसार, एसीपी कमला मार्केट जरनैल सिंह के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर आशीष दुबे (एसएचओ-आईपी एस्टेट) के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम में एसआई मुकेश तोमर, एसआई सुमित सिंह, एसआई राहुल धामा, एएसआई संजीव, और कांस्टेबल कोशिंदर, कांस्टेबल दिनेश और कैलाश शामिल थे।
टीम ने तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण और स्थानीय खुफिया जानकारी का सहारा लिया। सीसीटीवी कैमरों की गहन जांच और संदिग्धों पर लगातार नजर रखने के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में सफल रही।
23 दिसंबर 2024 को पुलिस ने मिंटो रोड, दिल्ली निवासी मोहम्मद आमिर (उम्र 28 वर्ष) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह इस चोरी में शामिल था।
मोहम्मद आमिर के खुलासे के आधार पर पुलिस ने माता सुंदरी रोड, दिल्ली निवासी अब्दुल समद (उम्र 22 वर्ष) को गिरफ्तार किया। उसने चोरी के सामान को बेचने की बात कबूली।
चोरों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने तुर्कमान गेट निवासी सुनार मोहम्मद असद (उम्र 56 वर्ष) को पकड़ा। उसके पास से एक चांदी का पेंडेंट और एक कृत्रिम चेन बरामद की गई।
मोहम्मद असद के बयान के आधार पर चितली क़बर चौक निवासी मोहम्मद साहिल (उम्र 23 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 8.44 ग्राम वजन का पिघला हुआ सोना बरामद किया गया।
इस कार्रवाई से पुलिस ने सात अलग-अलग चोरी के मामलों को सुलझाने में सफलता प्राप्त की है। डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट एम. हर्षवर्धन ने बताया कि इस सफलता में टीम की तकनीकी समझ, सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण और स्थानीय खुफिया जानकारी का बड़ा योगदान रहा।
पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके संभावित नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।
सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस की यह कार्रवाई अपराध पर नियंत्रण और जनता की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।