नई दिल्ली – राजधानी को नशामुक्त बनाने के अभियान को और मजबूत करते हुए दिल्ली पुलिस ने सोमवार को मेगा ड्रग डिस्ट्रक्शन इवेंट का आयोजन किया। यह कार्यक्रम बायोटिक वेस्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, जहांगीरपुरी में हुआ, जिसमें उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोल्छा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान कुल 1,847 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट किया गया, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹35 करोड़ आंकी गई है। इसमें शामिल थे –
1,729.687 किलो गांजा, 92.70 किलो चरस,3.726 किलो हेरोइन,189 ग्राम कोकीन,215.640 ग्राम एम्फेटामाइन,20.50 किलो ट्रामाडोल व अल्प्राजोलम टैबलेट्स
यह बरामदगी पिछले 50 वर्षों (1974–2025) के मामलों से की गई थी, जिन्हें अदालत से डिस्पोज़ल ऑर्डर मिलने के बाद नष्ट किया गया।
वर्ष 2025 (15 सितंबर तक) दिल्ली पुलिस ने 1,674 मामले दर्ज कर 2,163 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया।₹21.5 करोड़ से अधिक की संपत्तियाँ जब्त की गईं, जबकि ₹5 करोड़ की संपत्ति जब्ती प्रक्रिया में है।PITNDPS Act के तहत 4 बड़े तस्करों पर कार्रवाई की गई और 32 अन्य के खिलाफ प्रस्ताव लंबित हैं।
पिछले तीन वर्षों में दिल्ली पुलिस ने 44,000 किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थ नष्ट किए हैं, जिनकी कीमत ₹13,796 करोड़ से ज्यादा है।
इस मौके पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा –“रावण दहन से पहले, मादक पदार्थों का दहन”। उन्होंने सभी से मिलकर 2027 तक दिल्ली को नशामुक्त बनाने का आह्वान किया।
दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोल्छा ने कहा कि दिल्ली पुलिस की ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ के तहत मादक पदार्थ तस्करों पर लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की कि वे “MANAS पोर्टल” और हेल्पलाइन 1933 के माध्यम से नशे के कारोबारियों की जानकारी गुमनाम रूप से साझा करें और इस जंग में भागीदार बनें।
“Say No to Drugs, Yes to Life”
“Together We Can Stop Addiction”
“मेरे सपनों की दिल्ली, नशामुक्त दिल्ली”
“भारत का है अभियान, नशामुक्त हो हर इंसान”
दिल्ली पुलिस का यह कदम न केवल तस्करों को सख्त संदेश देता है बल्कि समाज को भी जागरूक करता है कि नशा मुक्त दिल्ली ही सुरक्षित और स्वस्थ दिल्ली है।