दिल्ली के रोहिणी में सशस्त्र डकैती के एक मामले में 7 साल की सज़ा काट रहे अनिल @ सुनील @ सीनियर को गिरफ्तार कर लिया गया
गिरफ्तारी के समय उसके पास से दो जिंदा कारतूस के साथ .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद
आरोपी पहले दिल्ली में हत्या के प्रयास, डकैती,आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट के दस आपराधिक मामलों में शामिल है
स्पेशल सेल/एसआर की टीम एसीपी अत्तर सिंह की देख रेख में इंस्पेक्टर रणजीत सिंह व इंस्पेक्टर सतविंदर इस टीम ने अनिल @ सुनील @ सीनियर (उम्र -39 वर्ष) पुत्र श्री नाम के एक कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है। लक्ष्मण सिंह निवासी ग्राम किरोहली प्रह्लादपुर, थाना खरखौदा, जिला. सोनीपत, हरियाणा दिनांक 30.04.2023 को दिल्ली के कंझावला क्षेत्र से। उसके पास से .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल के साथ दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। एफआईआर संख्या 226/2008 यू/एस 397/392/411/34 आईपीसी और 27 आर्म्स एक्ट पीएस रोहिणी (उत्तर), दिल्ली में आरोपी को सात साल की आरआई के लिए दोषी ठहराया गया था। इस मामले में उसने अपने साथियों के साथ सेक्टर-8 रोहिणी स्थित एक ज्वैलरी शॉप में हथियारबंद डकैती की थी और वहां से 40 लाख रुपये के जेवरात लूट लिए थे।आरोपी ने लूट की घटना के दौरान दुकान मालिक और उसके कर्मचारियों को डराने के लिए कई राउंड फायरिंग भी की थी।
निरीक्षण की टीम इंस्पेक्टर रणजीत सिंह दिल्ली/एनसीआर के फरार अपराधियों पर काम कर रहे थे, जिन्होंने कोविड काल के दौरान पैरोल या अंतरिम जमानत दी थी और जिन्होंने निर्धारित समय पर या उससे पहले आत्मसमर्पण नहीं किया था। इस दौरान अनिल उर्फ सुनील उर्फ सीनियर नाम के कुख्यात अपराधी के बारे में जानकारी जुटाई गई, जो डकैती के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद पैरोल से फरार हो गया था।इसके बाद बाहरी दिल्ली में उसकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी गई। जल्द ही, एक गुप्त सूचना मिली कि अनिल @ सुनील @ सीनियर 30.4.2023 को सुबह 5 बजे से 6 बजे के बीच अपने एक सहयोगी से मिलने के लिए दिल्ली के कंझावला इलाके में आएंगे। तदनुसार, एक टीम जिसमें इंस्पेक्टर सतविंदर, एएसआई अजय टोकस, एचसी देवेंद्र, एचसी अनिल, हेड कॉन्स्टेबल धीरज, हेड कांस्टेबल हरविंदर और कांस्टेबल राजेश कुमार को गठित कर उक्त क्षेत्र में जाल बिछाया गया।अनिल @ सुनील @ सीनियर को बलेनो कार में आते हुए देखा गया और उसे रुकने और आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। हालांकि, उसने मौके से भागने की कोशिश की और इस प्रक्रिया में पुलिस वाहन को टक्कर मार दी। इसी दौरान उनकी कार को पुलिस टीम ने रोक लिया और छापेमारी दल ने उन्हें घेर लिया। इस पर वह अपनी कार से बाहर निकला और पिस्टल निकाल कर बिना उकसावे के गोली चलाने की धमकी दी। हालाँकि, सतर्क टीम के सदस्यों द्वारा उस पर काबू पा लिया गया और उसे निरस्त्र कर दिया गया। उसके पास से .32 बोर की एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल व दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। उनके खिलाफ कानून की उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।