नई दिल्ली – दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बिहार पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में चार कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। मारे गए अपराधियों की पहचान रंजन पाठक, बिमलेश महतो, मनीष पाठक और अमन ठाकुर के रूप में हुई है। इन सभी पर हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर मामलों में ₹1 लाख का इनाम घोषित था।
यह पूरी कार्रवाई डीसीपी (क्राइम ब्रांच) संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में की गई।
बिहार पुलिस को सूचना मिली थी कि कई जघन्य मामलों में वांछित ये अपराधी दिल्ली में छिपे हुए हैं। इस इनपुट के आधार पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने रोहिणी के बहादुर शाह मार्ग क्षेत्र में एक जाल बिछाया।
22 और 23 अक्तूबर की दरमियानी रात करीब 2:20 बजे, पुलिस ने एक सफेद बलेनो कार को रोकने का प्रयास किया जिसमें चारों आरोपी सवार थे। पुलिस को देखकर आरोपियों ने भारी फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं, जिससे चारों आरोपी घायल हो गए।
उन्हें तुरंत डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल, रोहिणी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
https://x.com/DelhiPolice/status/1981350253682184295?t=Rl_6AVWT1hLQMuWFSroF1g&s=19
चारों अपराधी बिहार के सीतामढ़ी और शिवहर जिलों के रहने वाले थे और कई हत्याओं, सुपारी किलिंग, और रंगदारी मामलों में वांछित थे।
इनमें से मुख्य आरोपी रंजन पाठक ने अपने साथियों अमन ठाकुर, बिमलेश महतो और मनीष पाठक के साथ मिलकर कई संगीन अपराध किए थे — जिनमें ब्रह्मऋषि सेना के पूर्व अध्यक्ष गणेश शर्मा की हत्या,सीएसपी ऑपरेटर श्रवण यादव की हत्या,और कई रंगदारी के मामले शामिल हैं।
पुलिस ने मौके से निम्नलिखित सामान बरामद किए हैं:
एक मारुति सुज़ुकी बलेनो कार
चार सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल
एक देशी कट्टा (पिस्टल)
डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि यह ऑपरेशन बिहार और दिल्ली पुलिस की सूझबूझ और सटीक समन्वय का परिणाम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस बाहरी राज्यों के सक्रिय अपराधियों पर लगातार नजर रखे हुए है और ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।







