नई दिल्ली – दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ टीम ने अत्याधुनिक तकनीक और त्वरित कार्रवाई का उदाहरण पेश करते हुए राजधानी के पहाड़गंज क्षेत्र में चल रहे एक अश्लील तस्करी रैकेट (Immoral Trafficking Network) का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन की शुरुआत महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए रीयल-टाइम एआई-आधारित ‘Say Help’ ऐप के माध्यम से मिले एक अलर्ट से हुई, जिसने पुलिस को तुरंत सूचना देकर मौके पर कार्रवाई करने में मदद की।
इस कार्रवाई में पुलिस ने छह महिलाओं को रेस्क्यू किया और एक महिला संचालिका को गिरफ्तार किया। मौके से ₹2000 की प्री-नोटेड करेंसी और तीन सीलबंद कंडोम पैकेट बरामद किए गए। संदिग्ध स्पा सेंटर को पुलिस ने सील कर दिया है।
30 और 31 अक्टूबर की दरमियानी रात को ‘Say Help’ ऐप पर पहाड़गंज इलाके से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना प्राप्त हुई। यह ऐप एक वॉयस-सक्षम सेफ्टी प्लेटफॉर्म है, जो महिलाओं को आपात स्थिति में तुरंत पुलिस और नजदीकी कॉन्टैक्ट्स तक पहुंचने की सुविधा देता है।
सूचना मिलते ही डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक निधिन वाल्सन के निर्देशन में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ टीम और Say Help ऐप की तकनीकी टीम सक्रिय हो गई। टीम ने तकनीकी सर्विलांस और लोकल इनपुट्स के आधार पर यह पुष्टि की कि गैलेक्सी स्पा (द्वितीय तल, 4/1, होटल टुडे के पास, डीबीजी रोड, नबी करीम) में अश्लील गतिविधियां चलाई जा रही हैं।
पुलिस ने रैकेट की पुष्टि के लिए एक डिकॉय ग्राहक को ₹2000 की प्री-नोटेड मुद्रा के साथ स्पा में भेजा। उसे निर्देश दिया गया कि अवैध गतिविधि की पुष्टि होते ही व्हाट्सएप मिस्ड कॉल देकर संकेत दे।
शाम करीब 7:25 बजे डिकॉय ग्राहक ने पुष्टि की कि स्पा में सेक्स रैकेट चल रहा है। तत्पश्चात पुलिस टीम ने स्पा पर छापा मारा। छापे के दौरान छह महिलाएं और एक महिला रिसेप्शनिस्ट को मौके पर पकड़ा गया। मौके से ₹2000 की मार्क की गई करेंसी और तीन पैकेट कंडोम बरामद किए गए।
गिरफ्तार की गई महिला संचालिका की पहचान लेडी “K” (36 वर्ष, निवासी: पहाड़गंज, दिल्ली) के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह अपने पति के साथ मिलकर इस स्पा से अवैध गतिविधियां चला रही थी।
इस संबंध में एफआईआर नंबर 0450/2025* दिनांक 31.10.2025 को थाना नबी करीम, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में Immoral Traffic (Prevention) Act, 1956 की धारा 3/4/5* के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने मौके से छह महिलाओं को मुक्त कराया, जिन्हें काउंसलिंग और रिहैबिलिटेशन के लिए महिला हेल्पलाइन एवं NGO के सुपुर्द किया गया।
1. लेडी “A” (25 वर्ष) — निवासी परगना, पश्चिम बंगाल
2. लेडी “B” (25 वर्ष) — निवासी ग्रेटर कैलाश-II, दिल्ली
3. लेडी “H” (31 वर्ष) — निवासी उत्तम नगर, दिल्ली
4. लेडी “AY” (34 वर्ष) — निवासी सरायकेला खरसावां, झारखंड
5. लेडी “T” (21 वर्ष) — निवासी गुप्तिपाड़ा, हुगली, पश्चिम बंगाल
6. लेडी “OI” (30 वर्ष) — निवासी मेरठ, उत्तर प्रदेश
डीसीपी निधिन वाल्सन, ने बताया कि,
“यह कार्रवाई पुलिस और तकनीक के बीच प्रभावी तालमेल का परिणाम है। ‘Say Help’ जैसे ऐप महिलाओं की सुरक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम हैं, जो पुलिस को रीयल-टाइम अलर्ट और लोकेशन ट्रैकिंग में सहायता प्रदान करते हैं। सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस ऐसी सभी तकनीकी पहलों को प्रोत्साहित कर रही है ताकि हर महिला सुरक्षित महसूस करे।”
यह ऑपरेशन न केवल अपराध के खिलाफ सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि जब तकनीक और तत्परता साथ आते हैं, तो समाज को सुरक्षित बनाया जा सकता है।







