डीसीपी स्पेशल सेल जसमीत सिंह ने बताया कि
● गिरफ्तार अजय गुर्जर का अंडरवर्ल्ड के चार गैंगस्टर हाफिज बलूच, इकबाल इब्राहिम कास्कर, सुभाष ठाकुर और आरिफ जान के साथ मुंबई में 11 साल से मजबूत अंडरवर्ल्ड संबंध थे।
● अजय गुर्जर पहले दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान और मुंबई में महाराष्ट्र में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, हमला, दंगा, आपराधिक धमकी, हथियार अधिनियम आदि सहित 24 से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल है।
● अजय गुर्जर ने सतेंदर @ सत्ते के साथ मिलकर तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी को जेल में बंद उनके सहयोगी अंकित गुर्जर की मौत का बदला लेने के लिए नुकसान पहुंचाने की साजिश रची थी।
● अजय गुर्जर एक अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट खिलाड़ी हैं और उन्होंने ताइक्वांडो में राष्ट्रीय स्तर पर 8 स्वर्ण पदक जीते थे।
● गिरफ्तारी के समय आरोपी अजय गुर्जर के पास से पांच जिंदा कारतूस के साथ .30 की एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई।
स्पेशल सेल सदर्न रेंज एसीपी अत्तर सिंह की देखरेख एक टीम गठित की गई जिसमे इंस्पेक्टर शिव कुमार इंस्पेक्टर जितेंद्र ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड कनेक्शन रखने वाले एक कुख्यात गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है, जिसका नाम अजय गुर्जर @ भाई जी (उम्र 41 साल) है। मामचंद निवासी गांव तुमसारा, जिला पलवल, हरियाणा रहने वाला है। उसे दिल्ली के मथुरा रोड स्थित बस स्टैंड बदरपुर के पास 06/01/2022 की शाम को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी अजय गुर्जर दिल्ली में स्पेशल सेल के एक मामले में फिलहाल वांछित था और 4 महीने से फरार था। उक्त मामले में अजय गुर्जर के सहयोगी सतेंद्र उर्फ सत्ते को पहले अगस्त 2021 में स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था, लेकिन अजय गुर्जर गिरफ्तारी से बचने के लिए अंडरग्राउंड हो गया। माननीय ट्रायल कोर्ट ने उपरोक्त मामले में अजय गुर्जर के खिलाफ 82 सीआरपीसी के तहत एनबीडब्ल्यू और आगे की प्रक्रिया जारी की थी। अजय गुर्जर एक अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट धारक हैं और उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर 8 स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने भूटान में अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो चैंपियनशिप में भी भाग लिया था और वर्ष 2003 में रजत पदक जीता था। वह वर्ष 2005 में मुंबई में आयोजित एक अन्य अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो चैंपियनशिप में 5 वें स्थान पर रहे।
17.08.2021 को स्पेशल सेल द्वारा सतेंद्र उर्फ सत्ते की गिरफ्तारी के बाद वायरल ऑडियो कॉल में दूसरे छोर पर अजय गुर्जर का नाम कॉलर के रूप में पहचाना गया। अजय गुर्जर छिप गया और उस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए भ्रम में रहा। लेकिन स्पेशल सेल की टीम ने चार राज्यों में उसकी गतिविधियों पर नज़र रखना जारी रखा। चार महीने से अधिक की कोशिशें तब सफल हुईं जब इंस्पेक्टर शिव कुमार को 06.01.2022 को सूचना मिली कि अजय गुर्जर बस स्टैंड बदरपुर, मथुरा रोड, दिल्ली में शाम 06:30 बजे से शाम 07:30 बजे के बीच अपने एक सहयोगी से मिलने पहुंचेगा। एक टीम बनाई गई और उक्त जगह के पास जाल बिछाया गया। लगभग 7 बजे अजय गुर्जर को बस स्टैंड के पास देखा गया, जब उन्हें टीम के सदस्यों ने घेर लिया और आखिरकार उन्हें पकड़ कर निशस्त्र कर दिया गया। उसके पास से पांच जिंदा कारतूस के साथ .30 की एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई। इस संबंध में कानून की उपयुक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। स्पेशल सेल आगे की जांच कर रही है।
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