नई दिल्ली- डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक निधान वलसन ने बताया कि दिल्ली पुलिस की सेंट्रल जिले की AATS टीम ने एक बड़े ऑटो लिफ्टिंग गिरोह ‘उस्ताद-मौज’ के खिलाफ सटीक और तेज़ कार्रवाई करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी से चोरी के 10 वाहन (7 कार और 3 मोटरसाइकिल) बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों में तीन ऑटो लिफ्टर और एक रिसीवर शामिल हैं।
इस गिरोह का सरगना आबिद उर्फ जावेद उर्फ उस्ताद (47 वर्ष) है, जो पहले भी 4 आपराधिक मामलों में शामिल रह चुका है। गिरोह के बाकी दो सदस्य आसिफ (21) और दिलीप (34) हैं। चोरी किए गए वाहनों को खरीदने वाला रिसीवर आशिष (31) भी पकड़ा गया है।
02 जुलाई 2025 को प्रसाद नगर थाना क्षेत्र से एक मारुति ईको कार चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जांच के दौरान AATS और थाना प्रसाद नगर की संयुक्त टीम ने तकनीकी सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय इनपुट्स के आधार पर होलम्बी कलां में छापा मारकर आबिद को पकड़ा।
पूछताछ में आबिद ने खुलासा किया कि वह गाड़ियों की पहचान छिपाने के लिए उनके इंजन और चेसिस नंबर को मिटा देता था और फिर या तो कबाड़ी को बेच देता था या फर्जी दस्तावेज़ बनाकर उन्हें सड़क पर चलवाता था। उसके बताए अनुसार, दो और साथी आसिफ और दिलीप को भी गिरफ़्तार किया गया। बाद में ये टीम आरोपी आशिष तक पहुंची, जिसके पास से दो गाड़ियाँ (एक ईको और एक सियाज) बरामद हुईं।
आगे की पूछताछ में और खुलासे हुए और मायापुरी मार्केट में कई गाड़ियां बेचने की जानकारी भी सामने आई है।
बरामद गाड़ियाँ:
5 मारुति ईको कार,1 मारुति सियाज,1 हुंडई क्रेटा,3 मोटरसाइकिल,1 कार स्टीरियो
आरोपियों की गिरफ्तारी से 6 थानों में दर्ज चोरी के मामलों का खुलासा हो चुका है — जिनमें प्रसाद नगर, चांदनी महल, दरियागंज, आईपी एस्टेट, रणजीत नगर और जामिया नगर शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, अभी 5 और वाहनों को संबंधित केस से जोड़े जाने की प्रक्रिया चल रही है। गिरोह के अन्य संभावित नेटवर्क की तलाश और अन्य चोरी के मामलों की जांच जारी है।
निधान वलसन उपायुक्त, सेंट्रल जिला, दिल्ली पुलिस ने इस ऑपरेशन को सराहते हुए कहा कि यह कामयाबी तकनीकी निगरानी, जमीनी सूझबूझ और टीमवर्क का बेहतरीन उदाहरण है।