नई दिल्ली,अंडमान एवं निकोबार कमान ने “आरोहण: द्वीप से दिल्ली” नामक सात दिवसीय सैन्य एवं सांस्कृतिक यात्रा का आयोजन किया, जिसमें द्वीप समूह के विभिन्न जनजातीय समुदायों से चुने गए 30 मेधावी छात्र शामिल हुए। यह छात्र शिक्षा निदेशालय द्वारा चयनित किए गए थे और इनमें 15 लड़के व 15 लड़कियां शामिल हैं, जो उत्तर अंडमान (दिगलीपुर, मयाबंदर, बाराटांग), दक्षिण अंडमान (श्री नवजयपुरम) और निकोबार समूह (कार निकोबार, कामोटा, कैंपबेल बे) से हैं।
12 अगस्त को श्री नवजयपुरम से हवाई मार्ग द्वारा दिल्ली पहुंचे इन छात्रों का उद्देश्य 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेना और देश की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों को नज़दीक से जानना है। उनकी हवाई टिकटें नारसी एंड एसोसिएट्स और अन्य खर्च एनएमडीसी ने प्रायोजित किए।
यात्रा के दौरान छात्र पहली बार विमान, रेलगाड़ी और मेट्रो ट्रेन से सफर कर रहे हैं। कार्यक्रम में लाल किला, इंडिया गेट, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, जंतर मंतर, कुतुब मीनार, ताजमहल और आगरा किला जैसे ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण शामिल है। साथ ही, दिल्ली हाट, कनॉट प्लेस और एम्बिएंस मॉल जैसी जगहों पर जाकर वे आधुनिक शहरी जीवन से भी परिचित होंगे।
सबसे बड़ा आकर्षण 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वतंत्रता दिवस संबोधन प्रत्यक्ष देखना और सुनना रहा। छात्रों ने दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (DTU) और राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र का भी दौरा किया, जहां उन्होंने शिक्षा और करियर के नए अवसरों के बारे में जानकारी ली।
14 अगस्त को छात्रों ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से और उसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस दौरान छात्रों ने अपनी सांस्कृतिक विरासत, लोककथाएं और पारंपरिक रीति-रिवाज साझा किए। रक्षा मंत्री ने उन्हें ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान में योगदान देने और चरित्र निर्माण पर ध्यान देने का संदेश दिया। उन्होंने सभी को आशीर्वाद व शुभकामनाएं दीं और मिठाई भेंट की।
भेंट के अंत में छात्रों ने रक्षा मंत्री को स्थानीय जनजातीय कारीगरों द्वारा निर्मित एक पारंपरिक स्मृति-चिह्न भेंट किया। रक्षा मंत्री ने इस अनूठी पहल के लिए अंडमान एवं निकोबार कमान की सराहना की और इसे राष्ट्रीय एकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।