नई दिल्ली,स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए दिल्ली पुलिस ने आज पूरे शहर में ‘प्रहरी’ पहल के तहत निजी सुरक्षा कर्मियों के साथ इंटरैक्शन-कम-ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित किए। इसका उद्देश्य सुरक्षा गार्डों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अहम भागीदार के रूप में तैयार करना और संभावित खतरों की पहचान व प्रतिक्रिया क्षमता बढ़ाना है।
कार्यक्रम में सुरक्षा गार्डों को ड्यूटी से जुड़े जरूरी निर्देश (Do’s and Don’ts) बताए गए और कैप, रिफ्लेक्टिव जैकेट, लाठी व सीटी समेत सुरक्षा किट वितरित की गईं।
दिल्ली पुलिस आयुक्त एस.बी.के. सिंह,ने नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस के मल्टीपरपज़ हॉल में करीब 800 प्रहरियों और साउथ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के लोटस टेंपल ऑडिटोरियम में करीब 300 प्रहरियों से मुलाकात की और उन्हें सतर्क व जिम्मेदार ड्यूटी के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रहरी सामुदायिक पुलिसिंग की एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं, जिनकी चौकसी व सतर्कता से कानून-व्यवस्था और मजबूत होती है।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिकारी रविंद्र सिंह यादव, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था जोन-1); मधुर वर्मा, संयुक्त पुलिस आयुक्त/सेंट्रल रेंज; राजा बंथिया, डीसीपी/नॉर्थ; निधिन वलसन, डीसीपी/सेंट्रल; मधुप तिवारी, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था जोन-2); एस.के. जैन, संयुक्त पुलिस आयुक्त/सदर्न रेंज; और डॉ. हेमंत तिवारी, डीसीपी/साउथ-ईस्ट उपस्थित रहे।
पुलिस ने प्रहरियों को निर्देश दिए कि वे शालीनता से लेकिन दृढ़ता के साथ तलाशी लें, लोगों और आसपास पर नजर रखें, संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की तुरंत पुलिस को सूचना दें, unattended वस्तुओं को खतरे के रूप में मानें और भीड़ प्रबंधन में पुलिस का सहयोग करें।