नई दिल्ली – दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए स्पेशल सेल (IFSO) द्वारका में तैनात सब-इंस्पेक्टर करमवीर सिंह (बैच 2010) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
शिकायतकर्ता विश्नु बिश्नोई और उनके वकील विशाल सोजीत्रा ने विजिलेंस यूनिट में शिकायत दर्ज कराई थी कि एसआई करमवीर सिंह उनके बैंक खाते को डिफ्रीज करने के बदले 5 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा है। यह बैंक खाता और उससे जुड़े अन्य खाते जांच के दौरान फ्रीज किए गए थे और संबंधित आवेदन अदालत में लंबित है।
विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर आरोपी एसआई को पकड़ा। 23 सितंबर को करमवीर सिंह ने शिकायतकर्ता को सेक्टर-14 द्वारका मेट्रो स्टेशन बुलाया और 2 लाख रुपये की पहली किस्त की मांग की। वह अपनी निजी कार से आया और शिकायतकर्ता को कार में बैठाकर निकल पड़ा। विजिलेंस टीम ने करीब 2 किलोमीटर तक पीछा किया और अंततः द्वारका में कार को रोककर उसे काबू किया।
आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन विजिलेंस कर्मियों ने उसे दबोच लिया।आरोपी की कार के डैशबोर्ड से 2 लाख रुपये रिश्वत की रकम बरामद हुई।
इस मामले में एफआईआर संख्या 22/2025, धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (POC Act), थाना विजिलेंस में दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है।
दिल्ली पुलिस विजिलेंस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी पुलिसकर्मी द्वारा रिश्वत मांगी जाती है, तो तुरंत इसकी शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1064 पर दर्ज कराएं।