नई दिल्ली- दिल्ली पुलिस ने वरिष्ठ नागरिकों को बढ़ते साइबर अपराधों से बचाने के उद्देश्य से आज अगस्त क्रांति मार्ग स्थित एनसीयूआई ऑडिटोरियम एवं कन्वेंशन सेंटर में एक विशेष ‘साइबर जागरूकता कार्यक्रम’आयोजित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अजय चौधरी, आईपीएस, विशेष पुलिस आयुक्त (विजिलेंस एवं वि.पु.इ.म. एवं बा.) ने की।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक शामिल हुए, जिन्हें साइबर अपराधों की नवीनतम तकनीकों और उनसे बचाव के तरीकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। वरिष्ठ नागरिकों को सलाह दी गई कि वे संदिग्ध लिंक, फर्जी क्यूआर कोड, अप्रमाणित मोबाइल एप्लिकेशन और अज्ञात नंबरों से आए कॉल से बचें। साथ ही, किसी भी हालत में किसी के साथ ओटीपी साझा न करने की अपील की गई।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. रक्षित टंडन ने डिजिटल धोखाधड़ी के नए तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि अपराधी किस तरह नकली ऐप, फिशिंग लिंक और सोशल इंजीनियरिंग के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों को निशाना बनाते हैं। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को ‘थिंक बिफोर यू क्लिक’ की नीति अपनाने की सलाह दी।
ए.सी.पी. राजेंद्र सिंह कलकल और एस.आई. मनीष कुमार मधुकर ने भी कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिल्ली पुलिस ऑर्केस्ट्रा टीम ने अपने मनमोहक संगीत से दर्शकों का मनोरंजन किया, जबकि अरिजीत रॉय के पैंटोमाइम प्रदर्शन ने कार्यक्रम को और भी आकर्षक बनाया।

विशेष पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने कहा कि डिजिटल लेन-देन आज आम हो गए हैं, लेकिन इनके साथ खतरे भी बढ़े हैं। ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों को जागरूक रहना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस समय-समय पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेगी, ताकि वरिष्ठ नागरिक बदलते साइबर अपराधों से अपडेट रह सकें।
कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि और शहर भर से आए सैकड़ों वरिष्ठ नागरिक मौजूद रहे, जिन्होंने इस पहल को अत्यंत महत्वपूर्ण और उपयोगी बताया। दिल्ली पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि भविष्य में जागरूकता कार्यक्रम और विस्तार से संचालित किए जाएँगे।







