नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस ने पुलिस मुख्यालय स्थित आदर्श ऑडिटोरियम में एक विशेष कार्यक्रम ‘गर्व का पर्व’ आयोजित किया। इस मौके पर राजधानी के नागरिकों को खोए और चोरी हुए मोबाइल फोन लौटाए गए और समाज में साहस और करुणा का परिचय देने वाले गुड समैरिटन्स तथा अपराध से लड़ने में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना रहे। उनके साथ पुलिस आयुक्त सतीश गोल्चा, और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उपराज्यपाल ने न केवल गुड समैरिटन्स और पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया बल्कि नागरिकों को उनके मोबाइल फोन भी लौटाए।
दिल्ली पुलिस ने वर्ष 2025 में अब तक 6432 मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें से 3589 फोन उनके असली मालिकों को पहले ही लौटाए जा चुके हैं। समारोह में एक ही बार में 1559 मोबाइल फोन rightful owners को सौंपे गए। अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल चोरी या गुम होने से न केवल आर्थिक नुकसान होता है बल्कि व्यक्तिगत जानकारी और डेटा चोरी का भी खतरा रहता है। ऐसे में मोबाइल की बरामदगी और उसे सही मालिक तक पहुँचाना पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।
कार्यक्रम में 13 गुड समैरिटन्स, जिनमें तीन महिलाएँ भी शामिल थीं, को भी सम्मानित किया गया। इन लोगों ने कई अवसरों पर निडर होकर अपराधियों को पकड़ने और पीड़ितों की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उपराज्यपाल ने कहा कि ऐसे साहसी और निःस्वार्थ कार्य समाज के लिए प्रेरणा हैं और पुलिस के साथ जनता की भागीदारी को मजबूत बनाते हैं।
मोबाइल फोन बरामद करने और नागरिकों की संपत्ति लौटाने में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 22 पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। इन पुलिसकर्मियों ने लगातार मेहनत और समन्वय से बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद किए और नागरिकों का विश्वास जीता।
इस अवसर पर विशेष पुलिस आयुक्त (क्राइम) देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने मोबाइल रिकवरी की प्रक्रिया और सीईआईआर पोर्टल (Central Equipment Identity Register) के महत्व पर विस्तार से प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का समापन संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिणी रेंज) संजय जैन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।