नई दिल्ली – डीसीपी सेंट्रल, निधन वल्सन ने बताया कि करोल बाग थाना पुलिस ने महज 18 घंटे में करोड़ों की मोबाइल चोरी का सनसनीखेज मामला सुलझाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 376 चोरी के मोबाइल फोन और एक ई-रिक्शा बरामद किया है। चोरी गए मोबाइल फोनों की कुल कीमत लगभग 30 लाख रुपये बताई जा रही है।
सीवान (बिहार) के मोबाइल व्यापारी ने करोल बाग से 385 मोबाइल फोन मंगवाए थे। पार्सल को बीएचआर कुरियर से भेजा गया, लेकिन गंतव्य पर पहुंचने पर उसमें मोबाइल की जगह कागज और कबाड़ निकला। व्यापारी की शिकायत पर ई-एफआईआर दर्ज हुई।
अपराध की गंभीरता को देखते हुए, करोल बाग के एसएचओ साकेत कुमार और एसीपी आशीष कुमार के समग्र पर्यवेक्षण में एसआई त्रिलोक कुमार, एचसी राजाराम, कांस्टेबल खुशाल और कांस्टेबल कमलजीत सहित पुलिस थाना करोल बाग की एक समर्पित टीम गठित की गई।
करोल बाग पुलिस टीम ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मुखबिरों की मदद से आरोपियों तक पहुंच बनाई। 6 सितंबर को रेड कर दो भाइयों – अभिषेक सिंह और विकास सिंह – को गिरफ्तार किया गया। उनके ठिकाने से छह बक्सों में रखे 376 मोबाइल और एक ई-रिक्शा बरामद हुआ। आगे की जांच में किशन चौहान और चेतन झा को भी पकड़ा गया।
आरोपियों ने नकली पार्सल तैयार कर असली मोबाइल से भरे पैकेटों की अदला-बदली की थी। इसके बाद चोरी किए गए मोबाइल अपने ठिकाने पर छिपा दिए। नौ मोबाइल अभी भी बरामद होने बाकी हैं।
अभिषेक सिंह (27), कुरियर ड्राइवर
विकास सिंह तोमर (22), ई-रिक्शा चालक
किशन चौहान (20) चेतन झा (28)
बरामदगी- रियलमी, रेडमी, वीवो, पोको, ओप्पो, इनफिनिक्स और मोटो जी सहित 376 मोबाइल फोन और अपराध में इस्तेमाल ई-रिक्शा बरामद।
डीसीपी निधन वल्सन ने कहा कि मामले में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ा जा चुका है और बाकी मोबाइल बरामद करने के प्रयास जारी हैं।