नई दिल्ली – डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक निधिन वाल्सन ने बताया कि सेंट्रल जिला की चांदनी महल थाना पुलिस ने हत्या के प्रयास के एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए आरोपी पोते को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने संपत्ति विवाद के चलते अपने ही दादा पर गोली चला दी थी। पुलिस ने आरोपी को तकनीकी और मैनुअल सर्विलांस की मदद से महावीर वाटिका, दरीयागंज से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान समीर मलिक (24 वर्ष), निवासी तुर्कमान गेट, दिल्ली के रूप में हुई है। पुलिस ने घटनास्थल से दो खाली कारतूस, एक लेड पीस और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
21 अक्टूबर 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति को गोली लगने के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही एसआई परमेंद्र कुमार और उनकी टीम मौके पर पहुंची। डॉक्टर ने घायल व्यक्ति को बयान देने के अयोग्य घोषित किया।
इसके बाद पुलिस टीम ने घटनास्थल — बड़ी मस्जिद के पीछे वाली गली — का निरीक्षण किया, जहां से खून के निशान और कारतूस बरामद हुए। क्राइम टीम और एफएसएल की सहायता से साक्ष्य जुटाए गए।
प्रारंभिक जांच के बाद थाना चांदनी महल में धारा 109(1) भारतीय न्याय संहिता (BNS) और शस्त्र अधिनियम की धाराएं 25/27/54/59 के तहत मामला दर्ज किया गया।
एसीपी दरीयागंज और एसएचओ चांदनी महल के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने इलाके के 55 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। जांच के दौरान आरोपी को वारदात के बाद भागते हुए देखा गया।
तकनीकी सर्विलांस और मैनुअल इनपुट्स के आधार पर पुलिस ने आरोपी की गतिविधियों को ट्रैक किया और 22 अक्टूबर को उसे दरीयागंज स्थित महावीर वाटिका से दबोच लिया।
पूछताछ में समीर मलिक ने स्वीकार किया कि उसने अपने सहयोगी जय (फरार) के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी ने खुलासा किया कि उसका अपने दादा (पीड़ित) के साथ लंबे समय से संपत्ति विवाद चल रहा था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।
मामले के सफल समाधान में भूमिका निभाने वाली टीम में एसआई परमेंद्र कुमार (I/C पीपी तुर्कमान गेट), एसआई समेंद्र, एएसआई बल हुसैन, एचसी दीन मोहम्मद, कॉन्स्टेबल गौरव और कॉन्स्टेबल अक्षय शामिल रहे।
टीम का संचालन एसीपी (दरीयागंज) अपूर्व वर्मा की देखरेख में हुआ।







