नई दिल्ली — डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक निधिन वाल्सन ने बताया कि दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड (AATS) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शातिर स्नैचरों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी पर 70 से अधिक आपराधिक मामलों में संलिप्तता पाई गई है। पुलिस ने उनके कब्जे से 22 चोरी और स्नैच किए गए मोबाइल फोन तथा एक KTM मोटरसाइकिल जब्त की है, जिसका उपयोग अपराधों में किया जा रहा था।
15 अक्टूबर 2025 को थाना आई.पी. एस्टेट में एक स्नैचिंग की शिकायत दर्ज हुई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह अपने मित्र के साथ चांदनी चौक से गुरुग्राम जा रहा था। जैसे ही वे सलीमगढ़ फ्लाईओवर के पास पहुंचे, दो युवक बिना नंबर प्लेट की KTM बाइक पर आए और उसका मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए AATS/सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की विशेष टीम को जांच की जिम्मेदारी दी गई। यह टीम इंस्पेक्टर रघुवीर के नेतृत्व में और एसीपी/ऑपरेशन्स सुलेखा जागरवार के मार्गदर्शन में गठित की गई। टीम में एसआई सुरेंद्र, एएसआई वीरेंद्र, एचसी राजवीर, एचसी हजारी, कॉन्स्टेबल ललित और कॉन्स्टेबल महेन्दर शामिल थे।
टीम ने घटना से जुड़े कई सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया। आरोपी हेलमेट पहने हुए थे और बाइक की नंबर प्लेट जानबूझकर अस्पष्ट रखी गई थी ताकि पहचान न हो सके। इसके बावजूद टीम ने मैनुअल इंटेलिजेंस और तकनीकी निगरानी के जरिए सुराग जुटाए।
16 अक्टूबर को टीम को सूचना मिली कि स्नैचिंग में शामिल आरोपी करोल बाग इलाके में चोरी किए मोबाइल बेचने आने वाला है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने माता सुंदरी कॉलेज रोड पर जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को पीछा कर गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य आरोपी समीर उर्फ कमरान उर्फ अर्जन (27 वर्ष, निवासी भजनपुरा) के पास से 20 मोबाइल फोन बरामद किए गए, जबकि उसके साथी समीर (22 वर्ष, निवासी करावल नगर) के पास से 2 मोबाइल मिले।
कुल 22 मोबाइल फोन (Vivo-6, Oppo-4, Redmi-4, Motorola-3, Samsung-2, OnePlus-2, Techno-1) और एक KTM 390 बाइक जब्त की गई।
पूछताछ में सामने आया कि मुख्य आरोपी समीर उर्फ कमरान उर्फ अर्जन एक कुख्यात अपराधी है, जिस पर 70 से अधिक मामले दर्ज हैं — जिनमें लूट, स्नैचिंग, चोरी, डकैती, रंगदारी और आर्म्स एक्ट उल्लंघन शामिल हैं।
वह 2 जनवरी 2025 को जेल से रिहा हुआ था और फिर से अपराध की राह पर लौट आया।उसके खिलाफ ₹1 करोड़ रंगदारी वसूली के दो मामले थाना जाफराबाद, नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में दर्ज हैं। उसने पीड़ित की दुकान में आग लगाकर धमकी दी थी।
आरोपी ने बताया कि वह पेशे से दर्जी है, लेकिन कम आय के कारण अपनी बहन की शादी के खर्चों को पूरा करने के लिए स्नैचिंग करने लगा। वह अपने साथी समीर को बाइक उपलब्ध कराने के बदले ₹2,000 प्रतिदिन देता था।
एएटीएस टीम ने अब तक इस कार्रवाई से 12 स्नैचिंग मामलों को सुलझाया है, जिनमें सिविल लाइंस, आई.पी.एस्टेट, कश्मीरी गेट, वजीराबाद और जाफराबाद थाना क्षेत्र शामिल हैं। पुलिस अब अन्य पीड़ितों की पहचान करने और बाकी चोरी की संपत्ति की बरामदगी के प्रयास में जुटी है।







