नई दिल्ली-दिल्ली पुलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ टीम ने एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए दो कुख्यात चोरों को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में दो दर्जन से अधिक चोरी की वारदातों में शामिल रहे हैं। इन दोनों आरोपियों को घोषित अपराधी (Proclaimed Offenders) घोषित किया जा चुका था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अकबर उर्फ फिरोज उर्फ बाबू (40 वर्ष) और रमेश उर्फ कल्लू (42 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले से ही कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें अकबर 20 आपराधिक मामलों में शामिल है, जबकि रमेश 13 मामलों में संलिप्त रहा है।
27 मई 2025 को ओल्ड राजेंद्र नगर क्षेत्र में एक घर में चोरी की सनसनीखेज वारदात सामने आई थी, जिसमें सोने-चांदी के आभूषण और नकद राशि चोरी हुई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच स्पेशल स्टाफ को सौंपी गई। इंस्पेक्टर रोहित कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई, जिसमें तकनीकी निगरानी और सीसीटीवी फुटेज की गहराई से जांच की गई।
18 जुलाई को मिंटो रोड के पास मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर दोनों आरोपियों को दबोच लिया गया। पूछताछ के दौरान उन्होंने राजेंद्र नगर की वारदात के अलावा सीआर पार्क में 2 जून को हुई बड़ी चोरी समेत कुल 16 चोरियों में अपनी संलिप्तता कबूली।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 121 ग्राम सोना, वारदात के दौरान पहने गए कपड़े और जूते बरामद किए हैं, जो CCTV फुटेज से मेल खाते हैं। आरोपियों ने खुलासा किया कि चोरी का सामान सीमापुरी स्थित रमेश की झुग्गी में बांटा गया था।
एक तीसरे आरोपी मोनू उर्फ अभिषेक की भी पहचान हुई है, जो इस वक्त फरार है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट निधिन वलसन ने बताया,”दोनों आरोपी बेहद चालाक और तकनीकी रूप से सतर्क थे। वे अलग-अलग शहरों में वारदातों को अंजाम देकर लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहे थे। उनकी गिरफ्तारी से राजधानी में चल रही कई चोरी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। पुलिस की टीम ने उच्च स्तर की प्रोफेशनलिज़्म के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।”
फिलहाल पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश और चोरी के पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।