नई दिल्ली दिल्ली के नजफगढ़ में हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी हर्ष उर्फ चिंटू को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी 10 महीने की कड़ी जांच और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑपरेशन चलाने के बाद संभव हो पाई है। आरोपी हर्ष ने फर्जी पासपोर्ट के जरिए भारत छोड़ दिया था और वह भारत वापस लौटने की कोशिश कर रहा था, जब उसे दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया।
9 फरवरी 2024 को दिल्ली के नजफगढ़ में “कैंची डॉट कॉम्ब सैलून” में दो व्यक्तियों, सोनू तेहलान और आशीष तेहलान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतकों की पहचान नांघ सकरावली के सोनू तेहलान और आशीष तेहलान के रूप में हुई। जांच में पता चला कि हत्या के पीछे गोगी गैंग से जुड़े दो अपराधी, संजीव दहिया और हर्ष उर्फ चिंटू का हाथ था। हत्या के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे।
घटना के दिन हर्ष और संजीव दहिया सैलून पहुंचे, जहां उनका नीरज तेहलान और मृतक आशीष से किसी पुराने विवाद को लेकर झगड़ा हुआ। बहस के बाद दोनों आरोपी वहां से चले गए, लेकिन थोड़ी देर बाद लौटे और सैलून में आशीष और सोनू को बिल्कुल नजदीक से गोली मार दी। इस मामले में आरोपियों की मृतकों से पुरानी दुश्मनी बताई जा रही थी।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि हत्या के बाद हर्ष ने फर्जी पासपोर्ट का सहारा लिया और भारत छोड़कर शारजाह होते हुए अजरबैजान भाग गया। उसने पंजाब से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था, जिसमें उसका नाम प्रदीप कुमार बताया गया था। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया। हर्ष को आखिरी बार बाकू, अजरबैजान में देखा गया था। वह अजरबैजान से भारत लौटने के लिए यात्रा कर रहा था, तभी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इस जघन्य हत्याकांड की जांच क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम को सौंपी गई थी। इस टीम का नेतृत्व एडिशनल सीपी क्राइम संजय भाटिया और डीसीपी संजय कुमार सैन कर रहे थे।एसीपी उमेश बर्थवाल, इंस्पेक्टर राकेश कुमार, एसआई अमित ग्रेवाल, अनुज कुमार नरेंद्र गोदारा, एएसआई विकास कुमार, रविंद्र, कृपाल, एचसी सुखबीर, राहुल, जसपाल, भाग सिंह, इरशाद, नाहनजी, कमल गोदारा, रविंदर और सत्यवान और डब्ल्यू/कांस्टेबल रीना की एक टीम गठित की गई थी।
टीम ने हर पहलू पर काम किया, जैसे आरोपी के ठिकानों की जानकारी इकट्ठा करना, उसके फरार होने की योजना का पता लगाना, और नकली पासपोर्ट से जुड़ी जानकारी जुटाना।
22 वर्षीय हर्ष उर्फ चिंटू दिल्ली के अलीपुर का निवासी है और गोगी गैंग से जुड़ा हुआ है। हर्ष, खूंखार गैंगस्टर योगेश उर्फ टुंडा का सहयोगी है। टुंडा की हत्या के बाद वह गोगी गैंग की गतिविधियों में सक्रिय हो गया था। हर्ष को इससे पहले भी जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।
टीम ने देश के कई शहरों जैसे शिमला, जम्मू, सूरत, जोधपुर और कोटा में आरोपी के ठिकानों पर नजर रखी।
स्पेशल सीपी क्राइम देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया, “आरोपी हर्ष को पकड़ना एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि वह फर्जी पासपोर्ट के जरिए देश से बाहर भाग गया था। क्राइम ब्रांच की टीम ने लगातार प्रयास कर इस जघन्य अपराध के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।”
पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड का कारण आपसी दुश्मनी थी।मृतकों और आरोपियों के बीच कई सालों से विवाद चल रहा था। इसके अलावा, दोनों पक्ष एक-दूसरे को गिरोह की गतिविधियों की सूचना पुलिस को देने की धमकी भी दे रहे थे।
https://x.com/DelhiPolice/status/1862151120614838773?t=YWTPMUYMSCPWnSyfk9tbPw&s=19
हर्ष की गिरफ्तारी से पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले के बाकी पहलुओं और गोगी गैंग की गतिविधियों पर और जानकारी मिलेगी। पुलिस अब हत्या में शामिल अन्य संदिग्धों और गैंग के नेटवर्क का खुलासा करने की दिशा में काम कर रही है।
यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है और गोगी गैंग के खिलाफ कार्रवाई को मजबूती प्रदान करेगी।