डीसीपी शाहदरा डिस्ट्रिक सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि
- थाना गांधी नगर की क्रैक टीम स्टाफ ने दो कुख्यात अपराधियों को पकड़ा
- उनके कब्जे से एक पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद
दिनांक 09/02/2024 को थाना गांधी नगर में एक घर एच-295 में गोली चलने के संबंध में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। जिस पर एएसआई जितेंद्र कुमार और एसआई सचिन घटनास्थल रघुबरपुरा-1, गांधी नगर पहुंचे, जहां शिकायतकर्ता उम्मे रुम्माना निवासी दिल्ली ने अपना बयान दिया, जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसके सौतेले पिता अकरम एक आलोक गुप्ता के साथ उसके घर आए और गोली चलाई। क्रोध के कारण वह खिड़की के लकड़ी के तख्ते से टकरा गया। इसके बाद उसके सौतेले पिता अकरम ने अपने साथी आलोक गुप्ता उर्फ कालू के साथ मिलकर पेचकस की मदद से उस गोली को खिड़की से बाहर निकाला और गोली समेत उस हथियार को अपने साथ ले लिया। तदनुसार, शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना गांधी नगर में एफआईआर संख्या 75/2024, धारा 336/34 आईपीसी और 25 आर्म्स एक्ट, दिनांक 09/02/2024 के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
अपराध की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, क्रैक टीम में एसआई विकास कुमार, एचसी राहुल बलियान, एचसी निशांत और सीटी विनोद को आईओ/एसआई विवेक नंदन के साथ आरोपी व्यक्तियों को पकड़ने का काम सौंपा गया था।टीम ने तुरंत अलग-अलग स्थानों पर आरोपी व्यक्तियों की तलाश शुरू कर दी क्योंकि आरोपी अपना ठिकाना बदल रहे थे और उन्होंने अपना फोन बंद कर रखा था जिससे काम कठिन और बोझिल हो गया था। हालांकि टीम के सदस्यों ने लगातार संदिग्ध की निशानदेही पर पीछा किया। कई प्रयासों के बाद, आरोपी अकरम सईद खान पुत्र सईद अहमद निवासी वेलकम, दिल्ली उम्र-34 वर्ष को रघुबरपुरा-1, गांधी नगर, दिल्ली और सह-अभियुक्त आलोक गुप्ता उर्फ कालू पुत्र रूप कुमार गुप्ता निवासी को गिरफ्तार कर लिया गया। ईस्ट आज़ाद नगर, कृष्णा नगर, दिल्ली, उम्र-26 वर्ष को घोटे वाला मंदिर, राजगढ़ कॉलोनी, गांधी नगर के पास से पकड़ा गया, जिन्हें बाद में वर्तमान मामले में गिरफ्तार किया गया।
जांच के दौरान अकरम सईद खान पुत्र सईद अहमद से पूछताछ की गई।उन्होंने खुलासा किया कि उनका अपनी पहली पत्नी इमराना से विवाद चल रहा था। इसके अलावा उसने खुलासा किया कि उसने अपनी पत्नी इमराना को सबक सिखाने के लिए गुस्से में गोली चलाई और उसके दोस्त आलोक गुप्ता उर्फ कालू ने उसकी नापाक योजना को अंजाम देने में उसका साथ दिया और उसे गोलियों से भरी कथित पिस्तौल मुहैया कराई। जांच के दौरान आलोक गुप्ता उर्फ कालू पुत्र रूप कुमार गुप्ता से पूछताछ की गई।उसने खुलासा किया कि उसने लोनी में अज्ञात व्यक्ति से पिस्तौल खरीदी थी और इबराना को सबक सिखाने के लिए उसने पिस्तौल अपने दोस्त अकरम को दी थी।
अपराध में प्रयुक्त एक पिस्तौल और 2 जिंदा कारतूस बरामद की गई। आगे की जांच चल रही है।