नई दिल्ली,दिल्ली पुलिस मुख्यालय के आदर्श सभागार में आज एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें ‘यातायात प्रहरी’ स्वयंसेवकों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान उपराज्यपाल ने प्रहरी मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से सितंबर 2024 से फरवरी 2025 तक सबसे अधिक रिवॉर्ड पॉइंट अर्जित करने वाले स्वयंसेवकों को ₹6 लाख के नकद और पदक पुरस्कार प्रदान किए। साथ ही दिल्ली यातायात पुलिस के पांच अधिकारियों को उनके समर्पण और अनुकरणीय सेवा के लिए ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।
अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने कहा, “मुझे दिल्ली के इन चैंपियनों को सम्मानित करते हुए गर्व हो रहा है, जिन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से बढ़कर दिल्ली को सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभाई है। उनके निस्वार्थ प्रयासों ने सड़कों पर अनुशासन और सुरक्षा बढ़ाई है।” उन्होंने प्रहरी ऐप की रिपोर्टिंग क्षमताओं को और विस्तृत करने की आवश्यकता जताई ताकि अधिक खतरनाक उल्लंघनों को भी कवर किया जा सके।
प्रहरी योजना को नागरिकों के लिए और अधिक प्रोत्साहनकारी बनाने हेतु उपराज्यपाल ने एक मासिक पुरस्कार प्रणाली की भी घोषणा की। इसके अंतर्गत शीर्ष चार स्वयंसेवकों को क्रमशः ₹50,000, ₹25,000, ₹15,000 और ₹10,000 के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
इस सम्मान समारोह में पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा, विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) विवेक गोगिया, विशेष पुलिस आयुक्त ट्रैफिक (जोन II) अजय चौधरी और विशेष पुलिस आयुक्त (जोन I) के. जगदीशन उपस्थित रहे।
पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने स्वयंसेवकों की सराहना करते हुए कहा, “दिल्ली की सड़कें तभी सुरक्षित बन सकती हैं जब नागरिक सक्रिय भागीदारी निभाएं। वास्तविक बदलाव तभी आता है जब नागरिक स्वयं जिम्मेदारी लें।”
विशेष पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने बताया कि प्रहरी मोबाइल एप्लिकेशन को अब तक 2 लाख से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है और इसके माध्यम से 6 लाख से अधिक ट्रैफिक उल्लंघनों की रिपोर्टिंग की जा चुकी है।
कार्यक्रम में राहुल खन्ना समूह द्वारा एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें आम ट्रैफिक उल्लंघनों और डिजिटल चालान प्रक्रिया को रेखांकित किया गया। इसके अलावा, हेलमेट उपयोग, नशे में गाड़ी चलाने के खतरों पर आधारित जागरूकता फिल्में भी प्रदर्शित की गईं। कार्यक्रम का समापन ट्रैफिक कैमरा तकनीक, चालान प्रणाली और शिकायत निवारण तंत्र पर एक विस्तृत प्रस्तुति के साथ हुआ।