नई दिल्ली,दिल्ली पुलिस और साइबरपीस के संयुक्त प्रयास से आयोजित “साइबर चैलेंज – दिल्ली पुलिस (हैकाथॉन-2024)” का पुरस्कार समारोह 20 फरवरी 2025 को संपन्न हुआ। 18 और 19 फरवरी को आयोजित 36 घंटे के गहन हैकाथॉन में 20 शॉर्टलिस्ट की गई टीमों ने भाग लिया और साइबर सुरक्षा चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत किया।
प्रतिभागियों ने गलत सूचना, फर्जी खबरें, डिजिटल गिरफ्तारी, पूर्वानुमान विश्लेषण द्वारा महिलाओं की सुरक्षा, और किशोर गिरोह गतिविधि निगरानी जैसे महत्वपूर्ण डिजिटल खतरों पर काम किया। इस कार्यक्रम में देशभर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
इस भव्य समारोह में दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही, डीआरडीओ, आरआरयू, एनएफएसयू, एसएकेईसी और उबर के जूरी सदस्य भी इस आयोजन का हिस्सा बने।
-गलत सूचना और फर्जी खबरों का मुकाबला साइबर नोवास (एसएकेईसी, मुंबई)
– पूर्वानुमान विश्लेषण द्वारा महिलाओं की सुरक्षा:स्टार गज़र्स (दिल्ली विश्वविद्यालय)
– डिजिटल गिरफ्तारी घोटालों का समाधान:द इनक्रेडिबल्स (जेएनयू)
– किशोर गिरोह गतिविधि निगरानी:टीम अजय (जेएंडके पुलिस)
विजेता टीमों को 1,00,000 रुपये नकद पुरस्कार, प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सुरक्षा तकनीकों का प्रभावी उपयोग किया गया। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने अपने संबोधन में साइबर खतरों का मुकाबला करने में नवाचार की भूमिका को रेखांकित किया और प्रतिभागियों की असाधारण समस्या-समाधान क्षमता की सराहना की।
इस कार्यक्रम में स्टार्टअप इंडिया भागीदार था और इसे उबर द्वारा प्रायोजित किया गया। कार्यक्रम में विशेष पुलिस आयुक्त विवेक गोगिया, विशेष पुलिस आयुक्त मनीष कुमार अग्रवाल,संयुक्त पुलिस आयुक्त बी.एस. जायसवाल,अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय त्यागी सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
दिल्ली पुलिस का यह प्रयास साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।